आफताब ने नार्को टेस्ट के दौरान भी अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की बेरहमी से हत्या करने की बात कबूल की है। उसने ये भी बताया कि श्रद्धा के शव के टुकड़े करने के लिए कई हथियारों का इस्तेमाल किया था।
आफताब ने नार्को टेस्ट के दौरान भी श्रद्धा की बेरहमी से हत्या करने की बात कबूल की है। उसने बताया कि श्रद्धा के शव के टुकड़े करने के लिए कई हथियारों का इस्तेमाल किया। उसने हथियार, श्रद्धा के कपड़े और मोबाइल कहां फेंके इसकी भी जानकारी दी। इससे पहले आफताब ने पॉलीग्राफ टेस्ट में श्रद्धा की हत्या का जुर्म कबूला था।
एफएसएल के अधिकारी संजीव गुप्ता ने बताया कि नार्को टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान आफताब ने जो भी जवाब दिए, इसकी रिपोर्ट जल्द ही पुलिस से साझा की जाएगी। इसके बाद जांच टीम तय करेंगी कि उन्हें तफ्तीश में आगे क्या करना है। दरअसल कई बार इन दोनों परीक्षणों के बाद जांच टीम ब्रेन मैपिंग टेस्ट से भी आरोपी को गुजारना चाहती है। इस केस में क्या होता है, यह रिपोर्ट आने के बाद तय होगा।
पोस्ट नार्को परीक्षण दो-तीन दिन बाद होगा
नार्को के बाद एक पोस्ट टेस्ट भी किया जाता है। लिहाजा अब आफताब को डॉक्टर्स की राय के मुताबिक 2-3 दिन बाद पोस्ट नार्को टेस्ट के लिए एफएसएल लैब लाया जाएगा। इसमें उसकी काउंसलिंग होगी। उसके द्वारा दिए गए सवालों के जवाब के बारे में भी उसे जानकारी दी जाएगी, ताकि उसे देखकर यह पता लगाया जा सके कि वह कितना सहज है।
हत्या के सबूतों से जुड़े सवाल पर ज्यादा जोर
आफताब के नार्को टेस्ट के लिए पुलिस अफसरों ने मनोवैज्ञानिकों की एक टीम के साथ सवालों की एक लंबी फेहरिस्त तैयार की थी। जिन सवालों पर पुलिस का ज्यादा जोर था, वो सवाल सीधे सबूतों से जुड़े हैं। जैसे श्रद्धा के टुकड़े या हड्डियां कहां-कहां हो सकती हैं? उसने कहां फेंके? श्रद्धा का मोबाइल और कपड़े कहां है? हत्या क्यों और किस दिन की। उसे कैसे मारा? वारदात के समय श्रद्धा के और खुद के पहने कपड़े उसने कहां छुपाए? इसके अलावा शव के टुकडे कैसे किए? उसके लिए हथियार कहां से खरीदे? टुकड़ों को घर में कितने वक्त तक रखा? टुकड़ों को कहां-कहां ठिकाने लगाया? और हथियार कहां फेंके?