हरियाणा कौशल रोजगार निगम(HKRN) द्वारा की गई TGT- PGT भर्ती विवादों में आ गई है | मानदंड और चयन प्रक्रिया के सार्वजनिक नहीं किए जाने से अभ्यर्थियों में रोष फैला हुआ है | आरोप है कि भर्ती को लेकर निगम की तरफ से कुछ भी साफ नहीं किया गया है जबकि भारती से पहले ही चयन प्रक्रिया से सम्बंधित प्रक्रिया को सार्वजनिक किया जाना चाहिए | निगम ने न तो ये बताया है कि किस पद के लिए कितने आवेदन आए हैं और चयन का आधार क्या रहा है | अच्छी मेरिट होने के बावजूद भी बहुत से युवाओं का चयन नहीं होना भी शक की वजह है | अभ्यर्थी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं |
हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने अक्टूबर के महीने में लगभग प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) व स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) के लगभग सात हज़ार पदों पर भर्ती निकाली थी | 4,144 अभ्यार्थियों को जॉब ऑफर लेटर दिए जा चुके हैं | 23 नवंबर को 2,075 व 2 दिसंबर को 2,069 TGT-पीजीटी अभ्यर्थियों को लेटर भेजे गए हैं | बाकियों को भी जल्द ही नियुक्ति दिए जाने की तैयारी है लेकिन इससे पहले ही भर्ती विवादों में आ गई |
सर्टिफिकेट और आय के सत्यापन की भी नहीं हुई है जांच
भर्ती में टीचिंग के अनुभव प्रमाण पत्र और आय के सत्यापन के लिए जांच भी नहीं हुई है | अभ्यर्थियों की तरफ से भरी गई जानकारी को हुई निगम ने सत्य माना है | काफी ऐसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई है जिनके घर में पहले से ही नौकरी है | अभ्यर्थियों की मांग की है कि सर्टिफिकेट और आय का सत्यापन किये जाने के उपरांत ही अंतिम परिणाम जरी किया जाना चाहिए था |
निगम सीईओ का मानना भर्ती में बरती गयी है पूर्ण पारदर्शिता
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के सीईओ K.L. पांडुरंग ने कहा कि TGT PGT भर्ती पूरी तरह पारदर्शी माध्यम से की गई है | चयन प्रक्रिया की बात है तो जल्दी ही विस्तृत परिणाम जारी किया जाएगा | दूर के स्टेशन को लेकर भी केवल 15 शिकायतें उनके पास आई हैं |
200 किलोमीटर दूर स्टेशन देने की तैयारी का भी आरोप
शिक्षक के तौर पर चयनित अभ्यर्थी भी हरियाणा कौशल रोजगार निगम के कार्य से खुश नहीं दिख रहे हैं | उनका कहना है कि उन्हें 2 से 200 किलोमीटर दूर के स्टेशन दिए जा रहे हैं | कुरुक्षेत्र की एक महिला अध्यापिका ने बताया कि उन्हें मेवात का स्टेशन दिया गया है | इसी प्रकार कैथल करनाल के अभ्यर्थियों को हिसार, महेंद्रगढ़, नारनौल के स्कूलों में नौकरी करने के लिए कहा गया है | अभ्यर्थियों का कहना है कि पहले उनसे कहा गया था कि आवेदकों को उनके जिलों में ही ड्यूटी दी जाएगी लेकिन अब वह अपना वादा नहीं निभा रहें है |